राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने पहाड़ पिघलने, जल स्रोत सूखने और प्रदूषण के शिकार होने पर चिन्ता व्यक्त की । विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सन्देश जारी करते हुए राष्ट्रपति भंडारी नें शत-प्रतिशत हरित और स्वच्छ ऊर्जा और बिजली के उपकरणों के उपयोग और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए जलवायु अनुकूलन कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से शुरू करने की आवश्यकता जनाइ ।
"पर्यावरण की रक्षा में, हमने अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर विभिन्न नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों को तैयार करके आवश्यक कानून और संस्थागत ढांचे का निर्माण किया है। हमने इस संबंध में अलग-अलग समय पर विभिन्न प्रतिबद्धताएं की हैं ।" सन्देश में राष्ट्रपति नें उल्लेख किया ।
राष्ट्रपति ने वन और पर्यावरण मंत्रालय, बुनियादी ढांचे के विकास में शामिल सभी मंत्रालयों, प्रांतीय और स्थानीय सरकारों, सुरक्षा एजेंसियों, स्थानीय समुदाय, डेवलपर भागीदारों और पर्यावरण संरक्षण में शामिल सभी संबंधित धिकारियों को धन्यवाद देते हुए सभी से पृथ्वी को बचाने के लक्ष्य को जारी रखने का आग्रह किया ।
५० साल पहले संयुक्त राष्ट्र के आह्वान पर विश्व वातावरण दिवस मनाया जा रहा है । राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी शुभकामना संदेश के अनुसार, इस दिवस की प्रासंगिकता हर साल बढ़ती जा रही है ।