विश्व संस्कृत सम्मेलन WSC इस्वी २०२४ में नेपाल में आयोजित किया जाएगा । अस्ट्रेलियन नेशनल युनिवर्सिटी द्वारा आयोजित ऑनलाइन विश्व संस्कृत सम्मेलन ने नेपाल में आगामी सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है । २०२३ सम्मेलन के संयोजक और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ संस्कृत स्टडीज (आईएएसएस) के महासचिव प्रो. मकोमस टेलर ने घोषणा की कि WSC की अगली श्रृंखला अगले 11 महीनों में नेपाल में आयोजित की जाएगी ।
घोषणा के साथ ही नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर भीमप्रसाद खतिवड़ा ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि उनके विश्वविद्यालय को विश्व संस्कृत सम्मेलन की मेजबानी का अवसर दिया गया है । उन्होंने कहा कि नेपाल दुनिया भर के संस्कृत परायण विद्वानों का स्वागत करने के लिए उत्सुक है ।
काशीनाथ न्यौपाने को अगले सम्मेलन के लिए संयोजक नियुक्त किया गया है । नेपाल संस्कृत विश्वविद्यालय में प्रोफेसर न्यौपाने आईएएसएस की सलाहकार समिति के सदस्य हैं । न्यौपाने ने कहा कि नेपाल भगवान बुद्ध और भगवती सीता की जन्मस्थली है और वहां संस्कृत ग्रंथों की हजारों पांडुलिपियों का संग्रह है, और उनसे देश का दौरा करने का आह्वान किया ।
संपन्न सम्मेलन में नेपाल के न्यौपाने, नवराज कट्टेल, महानन्द तिमिल्सिना, प्रेमराज न्यौपाने और रञ्जन सिग्देल ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए, जबकि राजेन्द्रराज तिमिल्सिना ने दर्शक के रुप में प्राज्ञिक विमर्श में हिस्सा लिए थे । प्रोफेसर टेलर के अनुसार, सम्मेलन में ३०० प्रस्तुतियाँ और ५० विशेष समूह सत्र थे । उन्होंने बताया कि सम्मेलन की वीडियो रिकॉर्डिंग को ३ महीने तक ऑनलाइन रखा जाएगा और फिर हटा दिया जाएगा ।
आईएएसएस की अध्यक्ष दीप्ति त्रिपाठी ने ९ जनवरी को शुरू हुए सम्मेलन में स्वागत भाषण दिया था और टेलर ने 13 जनवरी को समापन भाषण दिया था । आईएएसएस की स्थापना १९७२ में हुई थी । इसकी २०२१ और २०२२ की आयोजन कोविड महामारी के कारण स्थगित कर दी गई थी ।